लक्ष्मण ने वीर योद्धा की क्या-क्या विशेषताएँ बताईं?
लक्ष्मण ने वीर योद्धा की इस प्रकार विशेषता बताई कि वीर योद्धा रणभूमि में अपनी वीरता का प्रदर्शन करते हैं। वे अपने रणकौशल को युद्धभूमि में प्रदर्शित किया जाना ही उचित समझते हैं। वे इस हेतु शक्ति एकत्रित करते हैं और अपनी उर्जा को व्यर्थ में बखान कर नहीं गंवाते हैं। इसके अलावा लक्ष्मण वीर योद्धा की विशेषताओं में उसका ब्राह्मणों, देवताओं, गाय और ईश्वर के भक्तों के प्रति उदार होना भी बताते हैं। लक्ष्मण की नजर में वीर योद्धा स्वभाव से काफी शांत होते हैं। उनमें विनम्रता कूट-कूट कर भरी होती है। उनमें धैर्य भी काफी होता है। इससे यह अर्थ भी सामने निकलकर आता है कि धैर्य तो अंतिम रुप से विजय मिल जाने तक योद्धा को धारण करना ही पड़ता है। इसके अलावा लक्ष्मण वीर योद्धा की अन्य विशेषताओं में उसका क्षोभरहित या कहें क्लेश रहित या विकार रहित होना भी एक जरूरत मानते हैं।